इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस के आर्गेनाइजिंग सेक्रेट्री डॉ. प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि डायलॉग्स इन क्लिनिकल डर्मेटोलॉजी (डीआईसीडी) के तत्वावधान में सार्क-एएडी की ओर से हो रही इंटरनेशनल सोरायसिस कॉन्फ्रेंस में सभी सार्क देशों भारत, बंग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, भूटान, अफगानिस्तान, मालदीव, पाकिस्तान के विशेषज्ञों सहित अमेरिका, फ्रांस, इजराइल, ऑस्ट्रिया, अर्जेंटीना के विशेषज्ञ भी भाग लेंगे। गौरतलब है कि सार्क-एएडी समूह चर्म रोग विशेषज्ञों की विश्व स्तरीय एसोसिएशन है। इसमें सार्क सहित अन्य देशों के 500 मूर्धन्य विशेषज्ञ चिकित्सक भाग लेंगे। वे सभी प्रेक्टिसिंग डर्मेटोलॉजी को सोरायसिस रोग के उपचार में मददगार बनाने, उसके बारे में जन चेतना के स्तर पर जागरूकता लाने पर भी मंथन करेंगे।
READ MORE : उदयपुर में न्यूनतम का रिकॉर्ड बनाकर पारे का यू टर्न, सर्दी में राहत नहीं कॉन्फ्रेंस में देश की सर्वश्रेष्ठ फैकल्टी डॉ. मुरलीधर राजगोपालन, डॉ. अनिल गंजु, डॉ. नीरज पांडे, डॉ. सचिन वर्मा, डॉ. दिलीप कच्छावा, डॉ. विनयसिंह, डॉ. अबीर सारस्वत सहित इजराइल से प्रो. ऑनर्न डी कोहेन, ऑस्ट्रिया से डॉ. डेनिस लिंडर, अर्जेंटीना से प्रो. एडवार्डों मायसलर, अमेरिका से डॉ. एसपी रायचौधरी व डॉ. सीमल देसाई जैसे कई विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। कॉन्फ्रेंस का प्रमुख उद्देश्य डॉ. अग्रवाल ने बताया कि तीन दिन में अलग-अलग सत्र के दौरान सोरायसिस के निदान एवं उपचार की नई तकनीक पर चर्चा के साथ नई दवाइयों, बायोलॉजिक्स, एक्साइमर लेजर तकनीक की जानकारी व उनके इस्तेमाल के तरीकों के बारे में विस्तार से मंथन होगा। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं में सोसायसिस का उपचार एवं निदान, सोरायसिस से ही जुड़ी अन्य बीमारियों जैसे ऑर्थराइटिस आदि पर चर्चा व जानकारी के सत्र भी होंगे। तीनों दिन होगी पीजी क्विज कांफ्रेंस में तीनों दिन पीजी क्विज भी होगी। जिसके लिए राजस्थान की 14, उत्तरप्रदेश की 8 और नई दिल्ली की 6 टीमों ने पंजीकरण करवाया है।