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हाथ की तस्वीर देखकर व्यक्ति को पहचाना जाएगा, इससे अपराधियों को पकड़ने में आसानी होगी
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- लैनकास्टर यूनिवर्सिटी और डूंडी यूनिवर्सिटी मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम करेंगे
- 5 साल में पूरा होगा प्रोजेक्ट, इसमें 5 हजार से ज्यादा वैज्ञानिक होंगे शामिल
- हाथ को देखकर ही पहचान लेगी तकनीक, दावा- गंभीर अपराधों की जांच में मिलेगी मदद
गैजेट डेस्क. ब्रिटेन की लैनकास्टर यूनिवर्सिटी के रिसर्चर एक ऐसी तकनीक पर काम कर रहे हैं, जिसके बाद अपराधियों को उनके हाथ की फोटो के जरिए ही पहचाना जा सकेगा और पकड़ा जा सकेगा। दरअसल, रिसर्चर \'हार्ड बायोमैट्रिक्स\' के प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। इसके जरिए हाथों की नसों, टैटू और निशानों के जरिए किसी को भी पहचानने में आसानी होगी।
इस प्रोजेक्ट को एच-यूनिक नाम दिया गया है। यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर डैम स्यू ब्लैक ने बताया, \"हर व्यक्ति के हाथ अलग-अलग होते हैं और ये पहली बार होगा जब रिसर्चर उन सभी फैक्टर्स को एनालाइज करेंगे, जो हाथ को अलग बनाते हैं, ताकि इसका उपयोग बाद में व्यक्तियों की पहचान में किया जा सके।\"
दावा- इससे अपराधियों को पकड़ना आसान होगा
- रिसर्चर के मुताबिक, इससे पहले कभी भी इस तरह की तकनीक पर काम नहीं हुआ है, लेकिन इस बार एनाटोमिस्ट, एंथ्रोपॉलॉजिस्ट, जेनेटिसिस्ट, बायोइन्फोर्मेटीशियंस, इमेज एनालिस्ट और कम्प्यूटर साइंटिस्ट मिलकर इस तकनीक को तैयार करने जा रहे हैं।
- उनका दावा है कि इस तकनीक के जरिए बायोमैट्रिक क्षमताओं को और विकसित किया जा सकेगा। रिसर्चरों को कहना है कि इस तकनीक से न सिर्फ गंभीर अपराधों की जांच करने में मदद मिलेगी, बल्कि ऐसे अपराध करने वाले अपराधियों को भी पकड़ना आसान होगा।
अभी तक 20 करोड़ की मदद मिली
- इस प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए 5 हजार से ज्यादा वैज्ञानिकों की भर्ती की जाएगी। लैनकास्टर यूनिवर्सिटी और डूंडी यूनिवर्सिटी मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इसके लिए अभी तक 2.5 मिलियन यूरो (करीब 20 करोड़ रुपए) का फंड इकट्ठा किया जा चुका है।
- इस साल के आखिरी तक रिसर्चर 5000 से ज्यादा लोगों के हाथों की तस्वीर लेकर एक डेटाबेस तैयार करेंगे, जिसके बाद हाथ के जरिए व्यक्ति को कैसे पहचाना जाए, इस पर काम किया जाएगा।