इससे पहले सिंधिया ने मंत्री इमरती देवी का बचाव करते हुए कहा कि इमरती देवी बीमार हैं और वो अस्पताल में भर्ती हैं उन्हें खून चढ़ रहा है। ऐसे में उनका मजाक बनाने वाले या फिर उनपर सवाल खड़े करने वाले कितने असंवेदनशील नहीं है, ये बात सामने आई है। सिंधिया ने कहा कि, बीमार होने के कारण ही इमरती पूरा संदेश नहीं पढ़ पाईं थीं। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि, क्या हमारे देश और प्रदेश में संवेदनशीलता बची है या नहीं?
महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी को देखने के लिए सिंधिया पहले अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने उनके स्वास्थ को लेकर डॉक्टर को दिशा निर्देश दिए। इसके बाद वह मुरार की सभा को संबोधित करने के लिए रवाना हो गए। वहा पहुंचते ही उन्होंने पीएम मोदी और शिवराज व योगी पर जमकर हमला बोला।
आपको बता दें कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के बाद से इमरती देवी का वीडियो वायरल हो रहा था। जिसमें वह मुख्यमंत्री का संदेश पूरा नहीं पढ़ पाई थीं। संदेश की दौ चार लाइने अटकते हुए पढकऱ बीच में से ही ये कहते हुए पीछे हट गईं थीं कि, अब आगे का संदेश कलेक्टर साहब पढ़ेंगे। बता दें कि, इमरती सिंधिया खेमे की नेता मानी जाती हैं। उन्हें मंत्री पद दिलवाने में भी सिंधिया का ही अहम किरदार रहा है। अपने नेता को खुश रखने के लिए इमरती देवी भी सिंधिया की तारीफ में कसीदे पढ़ चुकी हैं, साथ ही सिंधिया को भगवान का रूप तक बता चुकी हैं।
गणतंत्र दिवस के मौके पर इमरती देवी सीएम का संदेश पढ़ ही नही पाई थीं। चार लाइन में उच्चारण की आठ गलतियां होने के बाद इमरती ने सीएम का संदेश कलेक्टर से पढ़वाया था। इसके बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था। मामले में सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह की पत्नी रुबीना शर्मा सिंह ने अपनी ही पार्टी की कमलनाथ सरकार पर कटाक्ष किया। रुबीना ने ट्वीट करते हुए कहा था कि, कमलनाथ सरकार में महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी, गणतंत्र दिवस पर कुछ लाइनों का भाषण भी नहीं पढ़ पाईं ये काफी शर्मनाक है7 हालांकि बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था। वहीं भाजपा इमरती देवी के भाषण नहीं पडऩे पर लगातार तंज कस रही है।