पुलिस के अनुसार दौलपुरा गांव के अमरा फ ला निवासी भेरू पुत्र राजिंगा, भंवरलाल पुत्र मेगा, मांगीलाल पुत्र लखमा मीणा और देवीलाल पुत्र हीरा, नारायण पुत्र पेमा, देला पुत्र नारिया मीणा दो अलग-अलग बाइक पर सवार होकर डोरा छुड़वाने गए थे। बहन को ससुराल में छोड़ ये सभी खाना खाकर वापस अपने गांव दौलपुरा के लिए निकले। चित्तोडिय़ा के निकट मोड़ पर आगे चल रही बाइक अनियंत्रित होकर खजूर के पेड़ के टकरा गई जिससे पीछे वाली बाइक सवार भी उस पर आ गिरे। हादसे में भेरूलाल, मांगीलाल, और भंवरलाल की सिर में चोट लगने से मौके पर ही मौत हो गई, जबकि देवीलाल, नारायण ओर देला घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सुपुर्द किए।
READ MORE : इस गांव में गाय के पैर बांधे, मुंह पर कपड़ा बांधा और फिर कर दी हैवानियत पार हादसे की सूचना जैसे ही दौलपुरा पहुंची, वहांं कोहराम मच गया। जिस परिवार में दो दिन पहले बेटी की शादी की खुशियां मनाई जा रही थी वहां एकाएक हुए इस हादसे से वज्रपात हो गया। तीन अर्थियां एक साथ उठी तो पूरा गांव रो पड़ा। बताया गया कि डोरा छुड़वाने की रस्म के तहत बहन के भाई उसको सुसराल छोडऩे जाते हैं यहां पर भी वहीं परंपरा निभाकर लौटते समय यह हादसा हुआ। हादसे की सूचना बहन के पास पहुंची तो उसे बिना बताए पीहर लाए, लेकिन जैसे ही उसे हकीकत पता चली तो वह बेसुध हो गई।