एक ही परिवार की बहुओं को सास-ससुर ने पीटा
झांसा देकर बेच दिए प्लॉट
पीडि़त ने रिपोर्ट में बताया कि किश्तें पूरी होने पर सीताराम ने 7 सितम्बर 2016 को बाकायदा 100 रुपए के स्टाम्प पर नोटेरी से तस्दीक करवा कर कब्जा सुपुर्द किया व बेचे गए प्लॉट्स के पड़ौस का नाप चोप का पूर्ण विवरण दर्ज किया। सीताराम को सम्पूर्ण किश्तों की राशि दे दे दी लेकिन आरोपी ने उसके हक में रजिस्ट्री नहीं करवाई। बार-बार चक्कर कटवाता रहा व मेरे हक में रजिस्ट्री करवाने की एवज में और राशि लेकर एक और लिखा-पढी कर दी लेकिन रजिस्ट्री नहीं करवाई। सीताराम ने आपराधिक षङयंत्र के तहत अपने नाजायज फायदे के लिए प्लॉट बेचने के लिए अच्छी जगह व सुविधाओं का झांसा देकर प्लॉट दे दिए। पीडि़त ने रिपोर्ट दी कि सीताराम को औलबा देकर सम्पूर्ण राशि मय ब्याज वापस मांगने पर मुलजिम सीताराम ने राशि वापस देने का आश्वासन दिया।
धमकी देकर किया गाली गलौज
रिपोर्ट में पीडि़त ने बताया कि आरोपी ने पीडि़त के रिश्तेदारों के सामने अपनी गलती स्वीकार कर कहा कि मुकदमेबाजी मत करना जल्द ही ब्याज सहित राशि वापिस अदा कर दूंगा। दो दिन पहले आरोपी ने रुपए देने से इनकार करते हुए कहा कि उसे जो करना था कर लिया। तुम्हारे जैसे कई खरीददार चक्कर काट रहे है। मुकदमेबाजी करने पर अंजाम बुरा होने की धमकी देते हुए गाली गलोच की। 20 जून 2019 को सुबह करीब 10 बजे मानासर रोड़ पर सीताराम से रजिस्ट्री करवाने के लिए कहा तो उसने जाति ***** गालियां निकाली। सीताराम व उसके आपराधिक षडय़ंत्र में सहयोगी व्यक्तियों ने मिलकर छल कपट व धोखाधड़ी की। पुलिस मामला दर्ज प्रकरण की जांच कर रही है।