– दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर सोमवार सुबह 7 बजे से उपचुनाव के लिए शांतिपूर्वक मतदान जारी है। 273 मतदान केन्द्रों में स्थानीय पुलिस और फोर्स के 24 हजार जवान तैनात किए गए हैं। साथ ही 30 ड्रोन की मदद से मतदान केन्द्रों की निगरानी की जा रही है।
– दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस की उम्मीदवार ओजस्वी मंडावी और देवती कर्मा ने अपने-अपने बूथ केन्द्रों पर वोट डाला। मतदान के बाद दोनों पार्टियों की उम्मीदवारों ने जीत का दावा किया।
– कटेकल्याण इलाके के चिकपाल मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि पीठासीन अधिकारी चन्द्रप्रकाश ठाकुर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। – दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर मतदान के दौरान मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। कई बूथ केन्द्रों पर महिला और पुरुष मतदाताओं की लंबी लाइन देखी जा रही है। वहीं टिकनपाल मतदान केंद्र में मतदाताओं का अभूतपूर्व उत्साह देखा गया।
– दंतेवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में मतदान के दौरान बुजुर्ग मतदाता भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। आंवराभाठा मतदान केंद्र में मतदान करने पहुंचे 74 साल के बुजुर्ग मतदाता गोकुल यादव ने मतदान कर खुशी जाहिर कर कहा कि लोकतंत्र के इस पर्व में उसने अपने मताधिकार का प्रयोग कर बहुत खुश है।
– दंतेवाड़ा उपचुनाव में आत्मसमर्पण कर चुके नक्सली ने भी लोकतंत्र के महापर्व में हिस्सा लिया है। अपने निर्वाचन क्षेत्र में इस आत्मसमर्पित नक्सली ने मतदान किया। बतादें कि दो दिन पहले किरंदुल में इस नक्सली ने आत्मसमर्पण किया था।
– दंतेवाड़ा उपचुनाव के दौरान वोट के इस्तेमाल को लेकर वोटरों में गजब का उत्साह देखा गया। वोटर नदी पार कर वोट डालने आए थे। नगर सेना के जवानों ने इन मतदाताओं को नदी पार कराने में मदद दी। इन मतदाताओं ने छिंदनार में स्थापित किए गए मतदान केंद्र में मतदान किया।
– मतदान के दौरान फिलहाल किसी भी नक्सल घटना की खबर नहीं मिली है। हालांकि कटेकल्याण थाना के अंतर्गत परचेली मार्ग पर जवानों ने सर्चिंग के दौरान एक आईईडी बरामद किया है, जिसे सफलता पूर्वक डिफ्यूज कर दिया गया।
– दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए दोपहर तीन बजे मतदान होंगे। सुबह 2 बजे तक दंतेवाड़ा सीट पर 43.36 प्रतिशत मतदाता अपने मत का इस्तेमाल कर चुके हैं। – 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा के भीमा मंडावी ने दंतेवाड़ा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी।
भाजपा के विधायक भीमा मंडावी की नक्सली हमले में मौत हो जाने की वजह से यह सीट रिक्त हो गई।