कटारिया ने जनता के लिए कुछ नहीं किया है, उनकी पूरी कॉपी खाली है। वे बेकार की बातें कर रहे हैं कि मैंने सब कुछ पूरा कर दिया। हमने जो काम किए, उसके बाद कोई काम कटारिया ने नहीं किया। वे तो सिर्फ फीता काटने और अन्य कार्यकमों में ही व्यस्त रहे हैं।
डॉ. गिरिजा व्यास, पूर्व केन्द्रीय मंत्री
पहाडिय़ों की बर्बादी पर मौन क्यूं
उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया है। देवास-चार लाने की बात कही लेकिन अब तक पूरी नहीं हुई। हर समय पहाडिय़ों को हरा-भरा रखने की बात कहते हैं लेकिन पहाडिय़ां उनके सामने ही बर्बाद हो रही हैं, उन पर होटलें बन रही हैं फिर ऐसा प्रेम रखने से क्या मतलब है।
दिनेश श्रीमाली, गत चुनाव में कटारिया के प्रतिद्वंद्वी
महकमा तक नहीं संभाल
वादे तो दूर की बात है, वे महकमा तक नहीं संभाल पा रहे हैं। कानून संभालते हैं लेकिन उदयपुर में अपराध का ग्राफ जिस कदर बढ़ा है, उससे साफ है कि उनकी पकड़ कितनी है। रही बात विकास की तो उन्होंने अपने टर्म में कुछ नहीं किया है।
सुरेश श्रीमाली, पीसीसी सदस्य
बड़े प्रोजेक्ट नहीं बढ़े आगे
शहरी विकास को लेकर जो बड़े प्रोजेक्ट हैं, वे आगे ही नहीं बढ़े हैं। केन्द्र में अपनी सरकार होने के बावजूद उदयपुर को हाईकोर्ट बैंच व बी-2 श्रेणी का दर्जा नहीं दिला सके। आयड़ को लेकर चुनाव में जो सपने दिखाए वे पूरे नहीं हुए। कुछ समय के लिए आयड़ को हाथ में ले लिया क्योंकि चुनाव में जनता के पास जाना है।
पंकज कुमार शर्मा, कांग्रेस नेता
उदयपुर के विकास के लिए जो भी राशि खर्च हुई, वह नगर निगम, यूआईटी, स्मार्ट सिटी और अमृत प्रोजेक्ट की तिजोरी से आई है। फिर कटारिया ने इसमें क्या किया है। वे तो यह बताएं कि अपनी तरफ से क्या किया है। वे विधानसभा में मेवाड़-वागड़ के लिए मजबूती से बात नहीं रख सके और इसका नुकसान आज यह क्षेत्र भुगत रहा है। वादे पूरे नहीं किए और सिर्फ वे अपने कार्यकाल में अपनी कुर्सी बचाने में लगे रहे हैं और अब चुनाव आया तो यह सब नाटक करने लगे हैं।
मांगीलाल जोशी, समन्वयक, भैरोंसिंह शेखावत मंच