scriptदेखिए, मार्शल आर्ट सीखने के नाम पर शिक्षकों ने कैसे उड़ाई मौज, फोटो खींचे तो सामने आए ये दिलचस्प बहाने | Teachers absent in Girls Self Defense training Camps in kota | Patrika News

देखिए, मार्शल आर्ट सीखने के नाम पर शिक्षकों ने कैसे उड़ाई मौज, फोटो खींचे तो सामने आए ये दिलचस्प बहाने

locationकोटाPublished: Dec 23, 2019 02:30:01 pm

Submitted by:

​Zuber Khan

Education, martial arts, Judo karate, Taekwondo, Self defense : शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किए जा रहे आवासीय बालिका प्रशिक्षण शिविर में शिक्षक जमकर मजे कर रहे हैं।

Self Defense training Camps

देखिए, मार्शल आर्ट सीखने के नाम पर शिक्षकों ने कैसे उड़ाई मौज, फोटो खींचे तो सामने आए ये दिलचस्प बहाने

कोटा. शिक्षा विभाग द्वारा विज्ञान नगर स्थित योग भवन में दस दिवसीय गैर आवासीय बालिका प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यूं तो इस शिविर को लगाने का उद्देश्य यह है कि विद्यालयों में कार्यरत शारीरिक शिक्षक इसमें शामिल होकर आत्मरक्षा के गुर सीखें। इसके बाद वे अपने-अपने स्कूलों में बालिकाओं को यह गुर सिखा सकें। इसमें 92 स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षण लेना था। यहां 84 स्कूलों के ही शारीरिक शिक्षक शिविर में पहुंचे, लेकिन सिर्फ मौजूदगी साबित करने के लिए।
Read more: गैंगस्टर रणवीर हत्याकांड: जमीन से लेकर सट्टे तक फैला था चौधरी का कारोबार, भानू और शिवराज के गुर्गें भी खाते थे खौफ

दरअसल, इनमें से ज्यादातर तो अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर इधर-उधर निकल लेते हैं। इसके चलते सरकार की शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की योजना प्रारंभ में ही दम तोड़ती जा रही है। गैर आवासीय 10 दिवसीय बालिका आत्मरक्षा प्रशिक्षण शिविर में 8 स्कूल तो ऐसे हैं, जहां से से कोई भी शिक्षक प्रशिक्षण में शामिल नहीं हुआ। पत्रिका टीम ने रविवार दोपहर बाद 4.10 बजे शिविर में पहुंची तो शिविर के ऐसे ही हालात देखने को मिले।
यह भी पढ़ें

रणवीर हत्याकांड: शॉर्प शूटरों ने बेहद नजदीक से सिर पर मारी थी 4 गोलियां, मौत के बाद लाश पर भी बरसाई अंधाधुन गोलियां



एक चौथाई भी नहीं ले रहे प्रशिक्षण
रविवार को पत्रिका टीम 4.10 बजे शिविर में पहुंची तो वहां गिनती के शिक्षक व शिक्षिकाएं प्रशिक्षण लेते हुए नहीं, बल्कि गप्पें लड़ाते दिखे। टीम ने जब उनका फोटो खींचा तो यह देख सभी वहां से प्रशिक्षण के लिए खिसक लिए। शिविर में 84 में से 23 शिक्षक ही मौजूद थे। इनमें 14 पुरुष शिक्षकों में से 3, 70 महिला शिक्षिकों में से 20 ही उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें

कोटा में भानूप्रताप गैंग को लीड कर रहा था रणवीर, गैंगस्टर रमेश जोशी पर बरसाई थी अंधाधुन 40 गोलियां



बहाने कैसे-कैसे
टीम ने जब कम मौजूदगी का कारण पूछा तो शिविर प्रभारी आरपी हरिओम चौधरी ने बड़े दिलचस्प कारण बताए। उन्होंने कहा कि कुछ शिक्षकों की बीएलओ में ड्यूटी है, कुछ बस अभी ही निकलें हैं। आज रविवार है शिविर में रविवार का भी अवकाश नहीं होने से कम लोग पहुंचे हैं। सभी को छुट्टी के दिन कुछ न कुछ काम होता है, इसलिए चले गए। इतना ही नहीं उन्होंने सभी का उपस्थिति रजिस्टर भी दिखाया जिसमें सभी शिक्षकों की उपस्थिति लगी थी, जबकि पांच शिक्षकों का बीएलओ में ड्यूटी होना बताया गया।

यह भी पढ़ें

रणवीर हत्याकांड : भानूप्रताप और शिवराज गैंग से जुड़ा था हिस्ट्रीशीटर चौधरी, कोर्ट में भी भिड़े थे दो गुट

अधिकारी भी ‘ड्यूटी’ कर चले गए
रविवार को शिविर में दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक एसीबीईओ महेन्द्र शर्मा भी पहुंचे। उन्हें ना तो शिक्षकों की कमी दिखाई दी, न ही उन्होंने उपस्थिति रजिस्टर को देखने की जहमत उठाई। उन्होंने शिविर प्रभारी से भी कम संख्या को लेकर कोई बात नहीं की। जब उनसे बात की गई तो उनका कहना था कि मैं शिविर का निरीक्षण करने नहीं गया था। मेरा वहां लेक्चर सेशन था जो देकर आ गया।

शिविर में शिक्षकों को उपस्थित नहीं होने के बावजूद रजिस्टर में हस्ताक्षर होना गंभीर मामला है। प्रशिक्षण शिविर में रजिस्ट्रर में जिसके भी हस्ताक्षर है और वो मौके से गायब है उन्हें नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी।
धनराज मीणा, सीबीईओ, लाडपुरा

ट्रेंडिंग वीडियो