दीपक भी उपनगर ग्वालियर में रहता है इसलिए दुकान बंद कर घर जाते समय सोनू उसे साथ लेकर आता था। 24 जनवरी की रात को घर लौटते समय सोनू ने कैश गिना तो दीपक ने देख लिया। उसने आकाश और दोस्तों को फोन किया तैयार रहना काफी पैसा लेकर सोनू आ रहा है। दुकान बंद करते समय उसने गैंग को फोन कर गोलपाड़ा के पास टारगेट के लिए कहा। उसका इशारा मिलने पर तीनों लुटेरे सोनू को घेरने के लिए पहुंच गए। रास्ते में दीपक लगातार उन्हें लोकेशन देता रहा। ठिकाने पर पहुंचने पर बदमाशों ने सोनू को घेर लिया। उसे पीटकर बैग छीन लिया।
टीआइ केपी सिंह यादव ने बताया कि लूट के बाद दीपक पर शक ठहरा था, क्योंकि उसने सोनू को बचाने के लिए लुटेरों का विरोध नहीं किया। बदमाशों ने भी उसे नहीं पीटा। इसलिए उसे राउंडअप कर पूछताछ की तो उसने राज खोल दिया। लुटेरे से सोनू का बैग और 80 हजार रुपए मिले हैं। बाकी 60 हजार रुपए बदमाशों ने बाइक की किश्त, कर्ज और शौक पूरे करने में उडा दिए।