ग्राम खोआ के पास से करैरा की बिलरऊ नदी निकली है। चूंकि बारिश कम व गर्मी अधिक होने से नदी तो सूख गई, लेकिन उसकी बड़ी-बड़ी चट्टानें नजर आ रही हैं। ऐसी ही एक बड़ी चट्टान से बीते रविवार को तेज आवाज आई,जिसे सुनकर वहां मवेशी चरा रहे चरवाहे डर गए। फिर कुछ देर बाद चट्टान में से ऐसी आवाजें आने लगीं मानों कहीं गोलियां चल रही हों।
दूसरे दिन डरते हुए ग्रामीण जब चट्टान के पास पहुंचे तो वहां पर उन्हें एक दरार तो नजर आई ही, साथ ही वहां ऊपरी पत्थर उचटते व बिखरे नजर आए। चट्टान को देखकर ग्रामीण उस समय डर गए,जब नजदीक जाने पर उसमें पत्थर चटकने की आवाजें सुनाई दीं। गांव में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं और इस बीच ग्रामीण न केवल दहशतजदा हैं, बल्कि वे अपने मवेशियों को भी वहां जाने से रोक रहे हैं।
जोर-जोर से आती है आवाज
खोआ के ग्रामीण हुकुम सिंह ने बताया कि चेट्टान के पास में से तेज आवाज आई थी और फिर गोलियों की आवाज सुनाई दी। अब वहां पर जाने में डर लग रहा है। हमने सरपंच-सचिव से भी कही,लेकिन कोई कुछ नहीं कर रहा। वहीं खोआ गांव के ही अमर सिंह ने बताया कि रविवार को सुबह तेज आवाजें आ रहीं थीं,अब तो दिन में भी उसमें से पत्थर टूटने की आवाज आ रही है। चट्टान का पत्थर टूटकर इतनी जोर से उचट रहा है कि हमें अपनी जान का खतरा लगने लगा। इसलिए हमने अपने मवेशी व बच्चों को वहां जाने से रोक दिया है।
खोआ के ग्रामीण हुकुम सिंह ने बताया कि चेट्टान के पास में से तेज आवाज आई थी और फिर गोलियों की आवाज सुनाई दी। अब वहां पर जाने में डर लग रहा है। हमने सरपंच-सचिव से भी कही,लेकिन कोई कुछ नहीं कर रहा। वहीं खोआ गांव के ही अमर सिंह ने बताया कि रविवार को सुबह तेज आवाजें आ रहीं थीं,अब तो दिन में भी उसमें से पत्थर टूटने की आवाज आ रही है। चट्टान का पत्थर टूटकर इतनी जोर से उचट रहा है कि हमें अपनी जान का खतरा लगने लगा। इसलिए हमने अपने मवेशी व बच्चों को वहां जाने से रोक दिया है।
“चट्टान अपने आप चटक रही है और उसकी दरार में से अजीब सी बदबू आ रही है। जिससे पूरा गांव भी डरा हुआ है। अभी तक हम यह सोच रहे थे कि एक-दो दिन में सब कुछ ठीक हो जाएगा, लेकिन चट्टान का चटकना अभी भी जारी है। इसलिए आज हम पंचनामा बनाकर थाने में दे रहे हैं।”
द्वारकाप्रसाद यादव, सरपंच खोआ
द्वारकाप्रसाद यादव, सरपंच खोआ
“जमीन में जब कोई दरार होती है तो बढ़ती हुई पत्थर को भी क्रेक करती है। इस तरह की घटना को टेटोनिक मूवमेंट कहते हैं। गंध तो इसलिए आ रही है, क्योंकि कोई गैस बाहर निकल रही होगी। आवाजें इसलिए आ रही हैं, क्योंकि पत्थर के अंदर गैस व अन्य हलचल का प्रेशर होगा।”
वीपी सती, भू-गर्भ विज्ञान प्रोफेसर
वीपी सती, भू-गर्भ विज्ञान प्रोफेसर