कोटा में बोले लोकसभा अध्यक्ष-श्वेत और नील क्रांति के बाद अब भारत में शुरू हो रही शहद क्रांति, 2 साल में दिखेगा असर
सोमवार सुबह 8 बजे तक भी वह घर नहीं लौटा तो उसका पुत्र धर्मराज खेत पर तलाश करने गया। वहां बिहारीलाल अचेतावस्था में पड़ा मिला। उसने तुरंत परिजनों व अन्य कि सानों की मदद से उसे सुल्तानपुर चिकि त्सालय पहुंचाया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बिहारी लाल के परिवार में 4 पुत्रियां व 2 पुत्र हैं। उसकी मौत से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।किराया विवाद में ऑटो परिचालक ने युवक को मारा थप्पड़, फिर मुक्कों से फोड़ दिया सिर
सर्दी से हुई मौतकिसान को जब चिकित्सालय लेकर आए तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। प्रथम दृष्टया सर्दी से मौत होना नजर आ रहा है। फिर भी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।