कोटा में सोमवार को निजी कार्यक्रम शिरकत करने पहुंचे चौहान ने पत्रकारों से बातचीत में हैदराबाद की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस घटना से पूरा देश द्ववेलित है। इस घटना ने समूचे देश को हिलाकर रख दिया है। मासूम बहन-बेटियों के साथ दुष्कर्म करने वाले दरिंदों को फांसी से कम सजा नहीं होनी चाहिए। ऐसे दरिंदों का कोई मानवाधिकार नहीं होता है। उन्होंने कहा कि नीचली अदालतों में बलात्कार के मामले में जिन दरिंदों को सजा सुनाई जा चुकी है। उन मामलों का परीक्षण कर फांसी की सजा देनी चाहिए। ऐसे दरिंदों दया के पात्र नहीं होने चाहिए। चौहान के कहा कि मध्यप्रदेश में उनकी सरकार थी तब बलात्कार के 28 मामले में नीचली अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी, लेकिन उच्च न्याायालय, उच्चतम न्यायालय से बरी हो गई है। लम्बित कानूनी प्रक्रिया का दरिंदे फायदा उठा लेते है। इस कारण एक भी प्रकरण में फांसी की सजा नहीं हो पाई।
‘आर्थिक हालात खराब, पहनने के कपड़े तक किश्तों पर मिल रहे हैं’ कांग्रेस सरकार ने जनता त्रस्तपूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि
मध्यप्रदेश और राजस्थान में लग ही नहीं रहा है कि कोई सरकार है। दोनों राज्यों में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है विकास अवरूद्ध हो गया है। मध्यप्रदेश और राजस्थान में किसानों का कर्ज तक माफ नहीं हुआ है। मध्यप्रदेश में तो किसानों को खाद के लिए रातभर कतार में खड़ा रहना पड़ता है। पुलिस के पहरे में किसानों को एक-दो कट्टे खाद दिया जाता है। यह सरकार की विफलता ही है। कांग्रेस सरकार ने जनता त्रस्त आ चुकी है