हंगरी
हंगरी के निवासी डेविड कोवारी ने अपनी 24 घंटे में 7 देशों की यात्रा साइकल से पूरी कर ली। 7 यूरोपीय देशों की इस यात्रा में डेविड ने साइकल से 500 किमी. का सफर पूरा कर गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रेकर्ड में भी अपना नाम दर्ज कर लिया। रेकॉर्ड बनाने पर उत्साहित डेविड ने कहा कि इस यात्रा से पहले उन्होंने काफी तैयारी की थी और वह कुछ अलग करने का मन में संकल्प लेकर निकले थे।
डेविड ने यह यात्रा पोलैंड से शुरू की और चेक रिपब्लिक, स्लोवाकिया, ऑस्टिया, हंगरी, स्लोवेनिया होते हुए क्रोएशिया पहुंचे। उन्होंने साइकल से सफर के बारे में कहा कि मास्टर्स की डिग्री के बाद मैं डेस्क जॉब नहीं करना चाहता था। मैं कुछ ऐसा काम करना चाहता था जिसमें मुझे वाकई खुशी मिले। डेविड ने साइकल यात्रा शुरू करने से पहले काफी रिसर्च किया और फिर नया रेकॉर्ड बनाने के इरादे के साथ अपना सफर शुरू किया।
रेकॉर्ड बनाने के बाद मिली राशि को वह सामाजिक कार्यों में खर्च करना चाहते हैं। 7 देशों की यात्रा पर डेविड ने कहा, 'मेरे लिए मेरा पसंदीदा देश हंगरी ही है। मेरी यात्रा पोलैंड से शुरू हुई थी और मैंने बिल्कुल सुबह के समय हंगरी में प्रवेश किया। साइकल पर हंगरी को सुबह की रोशनी में देखने का नजारा बहुत अलग था। सुबह की रोशनी में हंगरी को देखना अद्भुत अनुभव रहा।'
हंगरी के निवासी डेविड कोवारी ने अपनी 24 घंटे में 7 देशों की यात्रा साइकल से पूरी कर ली। 7 यूरोपीय देशों की इस यात्रा में डेविड ने साइकल से 500 किमी. का सफर पूरा कर गिनेस बुक ऑफ वर्ल्ड रेकर्ड में भी अपना नाम दर्ज कर लिया। रेकॉर्ड बनाने पर उत्साहित डेविड ने कहा कि इस यात्रा से पहले उन्होंने काफी तैयारी की थी और वह कुछ अलग करने का मन में संकल्प लेकर निकले थे।
डेविड ने यह यात्रा पोलैंड से शुरू की और चेक रिपब्लिक, स्लोवाकिया, ऑस्टिया, हंगरी, स्लोवेनिया होते हुए क्रोएशिया पहुंचे। उन्होंने साइकल से सफर के बारे में कहा कि मास्टर्स की डिग्री के बाद मैं डेस्क जॉब नहीं करना चाहता था। मैं कुछ ऐसा काम करना चाहता था जिसमें मुझे वाकई खुशी मिले। डेविड ने साइकल यात्रा शुरू करने से पहले काफी रिसर्च किया और फिर नया रेकॉर्ड बनाने के इरादे के साथ अपना सफर शुरू किया।
रेकॉर्ड बनाने के बाद मिली राशि को वह सामाजिक कार्यों में खर्च करना चाहते हैं। 7 देशों की यात्रा पर डेविड ने कहा, 'मेरे लिए मेरा पसंदीदा देश हंगरी ही है। मेरी यात्रा पोलैंड से शुरू हुई थी और मैंने बिल्कुल सुबह के समय हंगरी में प्रवेश किया। साइकल पर हंगरी को सुबह की रोशनी में देखने का नजारा बहुत अलग था। सुबह की रोशनी में हंगरी को देखना अद्भुत अनुभव रहा।'