MP के इस शहर में चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी पुलिस,घर से निकलने से पहले जरूर पढ़ लें यह खबर
गुरुवार को जब सुबह लोगों की नींद खुली तो सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस ही नजर आई। साथ ही अधिकारी मोबाइल दस्तों के साथ भ्रमण पर रहे। पूरे शहर पर खुफिया कैमरों की मदद से नजर रखी कई। यदि कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखी तो त्वारित और कड़ी कार्रवाई होगी। लेकिन दोपहर तक कहीं से कोई भी ऐसी सूचना नहीं आई जिससे हिंसा की स्थिति बनी हो।
SC ST भारत बंद : लोगों में खौफ, ज्यादातर बाजार बंद, पूरे ग्वालियर पर पुलिस की नजर
लाउट स्पीकर से मुनादी
सोशल मीडिया के दुुरुपयोग सहित अन्य सभी संवेदनशील मुद्दों को लेकर शहर के लोगों को सतर्क रहने के लिए ग्वालियर मुरैना भिण्ड और दतिया में कलेक्टर के आदेश पर बुधवार को ही शहर में लाउट स्पीकर से मुनादी भी करवा दी गई। जिसके चलते ग्वालियर चंबल संभाग में कहीं भी किसी भी प्रकार की कोई घटना सामने नहीं आई है। इन चारों जिले में सुबह से ही शांति का माहौल नजर आया।
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शाम से ही फोर्स तैनात
शहर के कुछ हिस्सों में तो बुधवार की शाम से ही पुलिस बल तैनात कर दिया गया। फाटक बाहर का क्षेत्र ऐसे ही इलाकों में शामिल है। वहां बुधवार को शाम छह बजे से ही पुलिस के जवान नजर आने लगे थे। गौरतलब है कि दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान इसी क्षेत्र में सर्वाधिक उत्पात हुआ था। कदाचित इसीलिए एहतियातन वहां पहले से ही पुलिस बल तैनात किया गया।
कुम्हरपुरा, भीमनगर, गौतमनगर, साठ फुटा रोड, फूटी कॉलोनी ,शील नगर, कबीर नगर, मलिन बस्ती, बस्ती गोदाम, सुरेश नगर, संजय नगर गोल पहाडिय़ा, रामाजी का पुरा, अवाड़पुरा, नूरगंज, लक्कडख़ाना, चार शहर का नाका, बंशीपुरा, काशीपुरा, मेहरा कालोनी, सिरोल, पुरानी छावनी को निगरानी में रखा गया है।
ग्वालियर-चंबल संभाग के ग्वालियर,भिण्ड मुरैना और दतिया जिले में गुरुवार सुबह से ही चहल पहल देखी गई। लोग अपने घरों से निकलकर अपनी जरू रत के काम करते नजर आए। भिण्ड में जिला प्रशासन ने सख्त रवैया अख्तियार कर लिया था। सार्वजनिक स्थलों के अलावा आवासीय इलाकोंऔर धार्मिक स्थल तथा महापुरुषों की प्रतिमा के पास सुरक्षा में सशस्त्र जवान तैनात रहे। दोपहर १२ बजे तक पूरी तरह दुकानें बंद रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बंद में उपद्रव के भय के कारण लोग घर से नहीं निकले। वहीं बस स्टैंड पर आवागमन के लिए तैयार खड़ी बसों में मुसाफिर दिखाई नहीं पड़े।
नौ अगस्त को कथित बंद की सूचना के मद्देनजर शहर के कई निजी स्कूलों में अवकाश की घोषणा कर दी गई है। हालांंकि सरकारी स्तर पर इस संबंध में कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। लेकिन प्राइवेट स्कूल संचालकों ने एहतियात के तौर पर अपने स्कूल गुरुवार को बंद रखने का निर्णय लिया है। उधर प्रशासन ने सभी कर्मचारियों व अधिकारियों को अनिवार्य रूप से ड्यूटी पर पहुंचने को कहा है। जो भी कर्मचारी, अधिकारी इस दिन अनुपस्थित रहेगा, उसे आंदोलन में शामिल माना जाएगा।
आपको बता दें कि दो अप्रैल को उत्पात से सबक लेकर प्रशासन और पुलिस ने इस बार किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। निषेधाज्ञा के दौरान किसी भी तरह की रैली,प्रदर्शन,धरना आदि का आयोजन नहीं किया जा सकेगा। कोई भी व्यक्ति अस्त्र-शस्त्र लेकर नहीं चलेगा और लोग सामूहिक रूप से सार्वजनिक स्थानों पर खड़े नहीं रह सकेंगे। निषेधाज्ञा का प्रभावी ढंग से पालन कराने की जिम्मेदारी पुलिस विभाग संभालेगा।
बुधवार शाम को एसपी, कलेक्टर ने ग्वालियर शहर के कुम्हरपुरा में जाकर लोगों से सीधे बात की। पब्लिक को समझाया झगड़ों से विकास नहीं होता। सोशल मीडिया का इस्तेमाल खुशियां बांटने के लिए करो,अफवाहों पर मत जाओ किसी की बातों में आकर भविष्य बर्बाद मत करो। यहां लोगों अफसरों से कहा कि झूठे केस मत लादना, हम कसम खाते हैं कि इस बंद से हमारा ताल्लुक नहीं है। सोशल मीडिया पर गुरुवार को बंद की खबरों के चलते शहर में हाई अलर्ट है। शहर के एंट्री प्वाइंट से लेकर गली, कूचों पर नजर रखने के लिए ८०० से ज्यादा पुलिसकर्मियों के अलावा फॉरेस्ट, आबकारी और नगर रक्षा समिति के लोगों को लगाया गया है। शहर के अंदर करीब ७० से ज्यादा फिक्स पिकेट लगाए गए हैं। धारा 144 लागू है इसलिए पुलिस किसी को टोली में चलने की इजाजत नहीं देगी।
सुबह पांच बजे से फोर्स फिक्स पिकेट, चेकिंग प्वाइंट पर तैनात रहा।
हर थाने थाना मोबाइल के अलावा चार वाहनों में मोबाइल पार्टियां बनाई जो सुबह से पेट्रोलिंग करती नजर आई।
सीसीटीवी से हर चौराहों, रास्तों पर नजर रखी गई।
करीब 500 लोगों को बाउंड ओवर किया है।
शहर के एंट्री पर चेकिंग प्वाइंट से आने जाने वालों पर नजर रखी गई।
पिछले बंद के दौरान जिन बस्तियों में दंगा भडका था उन्हें पहरे में लिया गया। जिससे वहां कोई भी उपद्रव नहीं हुआ।
महापुरुषों की प्रतिमाएं भी सुरक्षा के घेरे में है।
साइबर सेल की सोशल मीडिया पर नजर रखे है।