पखांजूर के आवासपारा इलाके के रहने वाले भोलाराम ने जाड़ेकुर्सी निवासी प्रीति समरथ से 5 साल पहले प्रेम विवाह किया था। उनके दो बच्चें भी हैं। उसके सनकी व्यवहार के कारण उसकी पत्नी उसे छोड़कर मायके चली गयी और वहीँ रहने लगी।
काफी मनाने के बाद भी जब पत्नी वापस आने को राजी नहीं हुई तो वह पखांजूर आवासपारा के वार्ड क्रमांक 4 में रहने वाली अपनी बुआ के घर पंहुचा और उनकी बेटी कृति को एक कमरे में चाक़ू की नोक पर बंधक बना लिया और घर वालों को धमकी दी कि अगर उसकी पत्नी वापस नहीं लौटी तो वह कृति को जान से मार देगा और खुद भी आत्महत्या कर लेगा।
कीर्ति के पिता ने भोलाराम के ससुराल वालों को फोन कर इसकी सुचना दी और तत्काल वहां आने को कहां। पुलिस को सुचना देने के बाद भोलाराम के ससुराल वाले वहां पहुंचे और उसने समझाने बुझाने लगे लेकिन वह नहीं माना। बाद में जब उसकी बीवी वहां पहुंची तब जाकर वह माना और उसके कृति को छोड़ दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे चेतावनी देकर छोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि वह पहले गोपनीय सैनिक के रूप में पुलिस के लिए काम करता था लेकिन उसकी सी सनक की वजह से उसे नौकरी से निकाल दिया गया। अभी भी वह नेता, मंत्री और पुलिस अधिकारियों को फ़ोन कर परेशान करता रहता है।