विभाग रिपोर्ट देगा तो मुक्ति केन्द्र को चलाने वाले पर भी कार्रवाई होगी। उधर नशा मुक्ति केन्द्र में इमरान की बेरहमी से पीट पीटकर हत्या का मामला सामने आने के बाद तीन साल पहले इसी तरह नशा मुक्ति केन्द्र में सीपरी बाजार झांसी निवासी सचिन पाठक की मौत का मामला फिर तूल पकड़ रहा है। सचिन के परिचितों का कहना है कि सचिन को भी शराब की लत थी, उसे माता पिता ने इस उम्मीद में नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कराया था कि बेटा सुधर जाएगा, लेकिन वह भी जिंदा घर नहीं लौटा। उसे पीट पीट कर मारा गया था। उसके शव पर चोट के तमाम निशान थे।
इस मामले पुलिस ने चार पहिया वाहन सहित दोनों लोगों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन उसके बाद मामला मर्ग जांच में खिंचता चला गया। लंबी तफ्तीश और सबूतों के झंझावत में फंस कर परिवार इंसाफ की उम्मीद छोडकऱ चुप हो गया। पीडि़तंों का कहना है नशा मुक्ति केन्द्र चलाने वाले सरेआम हत्याएं कर रहे हैं, लेकिन हर बार जुर्म को छिपाने के लिए केन्द्र के नाम की पटिटका बदल कर झांसा देते हैं। इमारत से लेकर टॉर्चर करने का तरीका और ज्यादातर चेहरे तक वहीं रहते हैं। बस संस्था का नाम बदल कर गुमराह कर रहे हैं।
गाड़ी में लादकर ले गए पति को
अब न्यू लाइफ नशा मुक्ति केन्द्र में अंडा कारोबारी इमरान की पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आने के बाद पुलिस की तफ्तीश धीमी हो रही है। इमरान को बेहरमी से पीटने वाले कौन थे, नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती दूसरे मरीजों ने थाने पहुंचकर पुलिस को साफ, साफ बताया है कि इमरान को केन्द्र में अमित वर्मा, सचिन भदौरिया, कौशल और छोटू सविता ने बेहरमी से पीटा। सचिन और कौशल मुरैना के रहने वाले बताए गए हैं। उनके नाम पते सामने आने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों का पीछा नहीं किया है। इस लापरवाही का फायदा उठाकर हत्यारोपी सुरक्षित ठिकानों पर दुबके हैं।
केन्द्र में कई कैमरे, टॉर्चर रूम में सीसीटीवी नहीं
न्यू लाइफ नशा मुक्ति केन्द्र में इलाज कराते रहे नशा पीडि़त ने पुलिस के सामने खुलासा किया इमरान दूसरी बार नशा मुक्ति केन्द्र में आया था। इससे पहले उसे स्मैक की लत से तंग आकर परिजन ने भर्ती कराया था। उस दौरान भी केन्द्र में भर्ती पीडि़तों को बेरहमी से पीटा जाता था। केन्द्र में रिसेप्शन के पास टॉर्चर रूम बनाया गया था। पूरे केन्द्र में कई जगहों पर सीसीटीवी लगे थे, पीडि़त की पिटाई का सबूत नहीं रहे इसलिए टॉर्चर रूम में कोई कैमरा नहीं लगाया गया था।
इन बिंदुओं में उलझी विवेचना मोबाइल फोन की डिटेल निकलवाई जाएगी विवेचना अधिकारी इंदरसिंह राठौर ने बताया कि नशा पीडि़त की हत्या में शामिल एक आरोपी को पकड़ा गया है, बाकी अंडरग्राउंड हो गए हैं। उनके नाम पते नहीं मिले हैं इसलिए उनकी तलाश में अड़चन आ रही है। संचालक के बारे में भी पता नहीं चला है। आरोपियों के मोबाइल फोन की डिटेल निकलवाई जाएगी उसके आधार पर कार्रवाई आगे बढ़ेगी।