शिमला, 20 अक्तूबर: हिमाचल (Himachal) के सबसे युवा आईएएस अधिकारियों (IAS Officers) की फ़ेहरिस्त में शामिल देबश्वेता बनिक को अपने 30वें जन्मदिवस (Birthday) से 27 दिन पहले हमीरपुर में बतौर उपायुक्त (Deputy Commissioner) की बड़ी जिम्मेदारी मिली है। हालांकि पिछले 7 साल से नोएडा की रहने वाली देबश्वेता बनिक ( IAS Debashweta Banik) ने कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं, लेकिन हर कोई इस बात को समझता है कि बेटे या बेटी के आईएएस बनने के बाद माता-पिता का ये सपना होता है कि वो डीसी (DC) बने। होनहार बेटी ने अपने माता-पिता के सपने को साकार कर दिया है। ऐसी होनहार बेटी के बारे में राज्य में काफी कम लोग जानते हैं। बता दे कि हमीरपुर की नवनियुक्त डीसी देबाश्वेता अगले माह 16 तारीख को 30 साल की होंगी।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क (MBM News Network) ने युवा आईएएस देबश्वेता से फोन पर बातचीत की। बेहद ही दिलचस्प जानकारी में आईएएस अधिकारी ने बताया कि काॅलेज (College) तक तो उन्हें यूपीएससी की एबीसीडी भी पता नहीं थी। लेकिन समाचारपत्रों (Newspapers) के संपादकीय पन्ने पढ़ने के शौक ने यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा को क्रैक करवा दिया। बोली, 10 महीने पहले ही तैयारी शुरू की थी। दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) के मिरंडा हाउस से पढ़ाई कर चुकी देबश्वेता ने कहा कि काॅलेज की पढ़ाई के दौरान ही यूपीएससी के बारे में सोचा। उत्तर प्रदेश (UP) के नोएडा में जन्मी देबश्वेता का परिवार मूलतः पश्चिम बंगाल से ताल्लुक रखता है। 2018 में परिणय सूत्र में बंधी आईएएस अधिकारी के पति इस समय इंडिगो एयरलाइंस (Indigo Airlines) में बतौर पायलट (Pilot) तैनात हैं।
बता दें कि अलग-अलग जिलों में एसडीएम (SDM) के अलावा अतिरिक्त उपायुक्त रह चुकी देबश्वेता अपनी प्रशासनिक सूझबूझ (Administrative acumen) का कई बार परिचय भी दे चुकी है। खास बात यह है कि पढ़ाई की पृष्ठभूमि (Background) न तो बीटेक, न ही एमबीबीएस (MBBS) और न ही किसी अन्य क्षेत्र से है। काॅलेज के विषयों के आधार पर ही यूपीएससी (UPSC) की परीक्षा को क्लीयर किया है। यूपीएससी में अगर 22 साल की उम्र में एक बेटी 14वां रैंक हासिल करती है तो निश्चित तौर पर साक्षात्कार (Interview) में प्रशासनिक(Administrative Skill) कुशलता को आंका गया होगा। आईएएस अधिकारी की मां गृहिणी है, जबकि पिता एनटीपीसी (NTPC) से रिटायर हुए हैं। बड़ी बहन भी देबश्वेता की सफलता पर बेहद ही गर्व महसूस कर रही है। बहरहाल यह साफ है कि हिमाचल (Himachal) की प्रशासनिक व्यवस्था में सबसे युवा उपायुक्तों की फेहरिस्त में देबश्वेता ने अपना नाम दर्ज कर लिया है। बिलासपुर (Bilaspur) से ताल्लुक रखने वाले रितेश चौहान(IAS Ritesh Chauhan) भी युवा डीसी के तौर पर एक पहचान रखते हैं। इस समय वो दिल्ली में भी बेहतरीन सेवाओं के लिए पहचाने जाते हैं।