शरद पवार ने उठाया पुणे पुलिस की गिरफ्तारियों पर सवाल

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

भीमा कोरेगांव हिंसा के लिए जिम्मेदार बताकर नक्सली संगठनों से संबन्ध के आरोप में पुणे पुलिस द्वारा देशभर में गिरफ्तारियां की है। इस पर देशभर में बवाल मचा हुआ है। इस पृष्ठभूमि पर शनिवार को मावल तालुका के तलेगांव पहुंचे राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार ने अपनी राय देते हुए कहा कि, अगर कोई सरकार बदलने की राय दे रहा हो तो उसे सीधे सीधे नक्सली करार देना गलत है। यदि विचारधारा मान्य नहीं है तो उसे बदलने का हक लोकशाही ने दिया है।

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पवार ने कहा कि, नक्सली संगठनों से संबंधित लोगों की गिरफ्तारी अब न्याय प्रविष्ट रहने से उस पर कोई राय देना ठीक नहीं। मगर पुणे पुलिस ने दावा किया है कि ये लोग सरकार पलटने की साजिश रच रहे थे। अब अगर कोई सरकार बदलने की बात कह रहा हो तो उसे नक्सली करार देना उचित नहीं। अमान्य विचारधारा बदलने का अधिकार लोकशाही ने दिया है। इसके साथ ही पवार ने अपने उस बयान को भी दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था कि, सनातन जैसे प्रतिगामी आंदोलन से ही कॉमरेड गोविंद पानसरे, डॉ नरेंद्र दाभोलकर, पत्रकार गौरी लंकेश, साहित्यिक कलबुर्गी की हत्याएं हुई है। फिलहाल इन मामलों की जांच को नजरअंदाज करने की कोशिशें जारी है।

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महाराष्ट्र समेत 14 राज्यों के 18 लाख मजदूरों का नेतृत्व करनेवाले दिवंगत मजदूर नेता शरद राव के अर्ध स्मारक का अनावरण आज भूतपूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार के हाथों किया गया। तलेगांव दाभाड़े की कडोलकर कालोनी स्थित डॉ राममनोहर लोहिया समाजवादी यूनिवर्सिटी में हुए अनावरण समारोह में मुंबई मनपा अभियंता संघ के अध्यक्ष नवनाथ गजगे, हिंद मजदूर सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महाबल शेट्टी, सुखदेव काशीद, रमेश मालवीय, वामन काविस्कर, अशोक जाधव, महाराष्ट्र राज्य महानगरपालिका-नगरपालिका, कामगार कर्मचारी संगठन फेडरेशन के कार्याध्यक्ष बबन झिंजुर्डे आदि उपस्थित थे।

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