शिमला: कोरोना महामारी में लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों में फंसे हिमाचलियों का दर्द धीरे-धीरे सामने आने लगा है। वाराणसी में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के अलावा गुरुकुलों में अध्ययनरत छात्र भी घर लौटना चाहते हैं। सीएम को लिखे पत्र में 21 छात्रों ने कहा कि हालांकि वो अपने प्रकोष्ठ में सुरक्षित रहकर एक जिम्मेदार नागरिक का कर्त्तव्य निभा रहे हैं।
वो सरकार को बताना चाहते हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रावास प्रारंभ में ही खाली करवा दिए गए थे। इस कारण कई छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आपसी सहयोग की वजह से तमाम छात्र स्वस्थ्य व सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से अन्य राज्यों में अध्ययनरत छात्रों को सुरक्षित घर पहुंचाया जा रहा है। ठीक उसी तरह वाराणसी में अध्ययनरत छात्रों को भी सुरक्षित घर पहुंचाने का इंतजाम किया जाए। यह छात्र शिमला, बिलासपुर, ठियोग, कुल्लू, कोटखाई, अर्की, कुमारसैन व राजगढ़ इत्यादि के रहने वाले हैं। उधर एमबीएम न्यूज नेटवर्क को गुरुग्राम में फंसी मुस्कान परमार व लिप्सा ने भी संपर्क किया है। बहनों का कहना है कि वो बार-बार ई-पास के लिए आवेदन कर चुकी हैं, लेकिन रिजेक्ट किया जा रहा है। यदि पास मिलता है तो पेरेंटस द्वारा पांवटा साहिब से गुरुग्राम तक वाहन की व्यवस्था की जा सकती है।