Child Mutual Fund: पैरेंट्स के लिए एक बड़ी चिंता यह होती है कि वह अपने बच्चे के बालिग होने से पहले उसके लिए अच्छी खासी बचत कर पाएं. आमतौर पर यह जरूरी भी है क्योंकि 18 की उम्र के बाद पैरेंट्स को हॉयर एजुकेशन से लेकर उनकी शादी ब्याह तक की चिंता होती है. अगर आप भी इन्हीं पैरेंट्स में से एक हैं तो आपको यह जानना जरूरी है कि बाजार में कई फंड हाउस हैं जो बच्चों के लिए खास म्यूचुअल फंड आफर कर रहे हैं. इसमें एचडीएफसी, एसीबीआई, एक्सिस, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, टाटा और यूटीआई जैसे फंडों के चिल्ड्रेन प्लान मौजूद हैं. अगर इनके रिटर्न की बात करें तो इन्होंने पिछले 18 सालों में 1512 फीसदी तक यानी 16 गुना तक रिटर्न दिए हैं. टॉप चिल्ड्रेन प्लान के रिटर्न....
HDFC चिल्ड्रेंस गिफ्ट फंड
लांच डेट: 2 मार्च, 2001
लांच के बाद से रिटर्न: 15.97 फीसदी
18 साल का रिटर्न: 1512 फीसदी यानी करीब 16 गुना
यानी इस फंड ने पिछले 18 सालों में 1 लाख रुपये के निवेश को करीब 16 लाख रुपये बना दिया है.
500 रुपये SIP
कुल निवेश: 1.08 लाख रुपये
18 साल में SIP वैल्यू: 6.2 लाख रुपये
फायदा: 5.2 लाख
1000 रुपये SIP
कुल निवेश: 2.2 लाख रुपये
18 साल में SIP वैल्यू: 12.5 लाख रुपये
फायदा: 10.3 लाख
ICICI प्रूडेंशियल चाइल्ड केयर फंड
लांच डेट: 31 अगस्त 2001
लांच के बाद से रिटर्न: 15.64 फीसदी
18 साल का रिटर्न: 1338 फीसदी यानी करीब 14 गुना
यानी इस फंड ने पिछले 18 सालों में 1 लाख रुपये के निवेश को करीब 14 लाख रुपये बना दिया है.
500 रुपये SIP
कुल निवेश: 1.08 लाख रुपये
18 साल में SIP वैल्यू: 6 लाख रुपये
फायदा: 4.9 लाख
1000 रुपये SIP
कुल निवेश: 2.2 लाख रुपये
18 साल में SIP वैल्यू: 12 लाख रुपये
फायदा: 9.8 लाख
SBI मैग्नम चिल्ड्रेंस बेनेफिट फंड
लांच डेट: 21 फरवरी, 2002
लांच के बाद से रिटर्न: 10.33 फीसदी
18 साल का रिटर्न: 470 फीसदी यानी करीब 5 गुना
यानी इस फंड ने पिछले 18 सालों में 1 लाख रुपये के निवेश को करीब 5 लाख रुपये बना दिया है.
500 रुपये SIP
कुल निवेश: 1.08 लाख रुपये
18 साल में SIP वैल्यू: 3.1 लाख रुपये
फायदा: 2.1 लाख
1000 रुपये SIP
कुल निवेश: 2.2 लाख रुपये
18 साल में SIP वैल्यू: 6.3 लाख रुपये
फायदा: 4.1 लाख
नोट: यहां यहां वही चिल्ड्रेंस फंड के उदाहरण हैं, जिन्होंने बाजार में करीब 18 साल पूरे किए हैं.
आगे के लिए SIP कैलकुलेशन को उनके अबतक दिए गए ब्याज दर को आधार बनाया गया है.
चिल्ड्रेन प्लान का फायदा
एक्सपर्ट का कहना है कि कुछ चाइल्ड प्लान इक्विटी और डेट के कंपोजिशन के आधार पर निवेशकों को अलग अलग विकल्प देते हैं. मसलन ज्यादा जोखिम न लेने वाले निवेशकों के लिए अधिक डेट वाला पोर्टफोलियो चुनने का विकल्प, वहीं एग्रेसिव निवेशकों को अधिक इक्विटी वाले पोर्टफोलियो को चुनने का विकल्प मिलता है. एक्सपर्ट का कहना है कि चाइल्ड प्लान के साथ फायदा यह है कि इनमें लॉक-इन पीरियड होता है, जिससे एक तय समय के पहले पैसा नहीं निकाल सकते हैं. इनमें आप 5 साल या बच्चे के एडल्ट हो जाने तक निवेश नहीं निकाल सकते हैं.
(सोर्स: वैल्यू रिसर्च, बैंक बाजार डॉट कॉम)